कोर्ट ने खारिज कर दी याचिका । निशंक खेमे में खुशी तो वर्मा के लिए मायूसी । नैनीताल, लोक सभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक कोर्ट से राहत मिल गई है । दरअसल हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सी. एम. निशंक के खिलाफ मनीष वर्मा ने चुनाव आयोग से लेकर न्यायलय तक शिकायत की थी कि निशंक ने नामांकन करते वक़्त कई तथ्यों को छुपाया है और गलत जानकारी पेश की है । उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के केंद्रीय राजनीति में भविष्य के फैसले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद दायर याचिका खारिज। मनीष वर्मा जो कि स्वयं भी हरिद्वार से चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे वे निशंक को कानूनी दांव पेंच में ही चुनाव से पहले घेरना चाह रहे थे । बीते दो- तीन दिनों से कयासबाजी का दौर जारी था कि हरिद्वार में निशंक की मुसीबत बढ़ सकती है यहाँ तक यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि निशंक का नामंकन रद्द हो सकता है । लेकिन आज आलोक कुमार की एकलपीठ ने साक्ष्यों के अभाव में याचिका को खारिज करते हुए सभी कयासों को विराम दे दिया है । यहां बताते चलें कि देहरादून निवासी मनीष वर्मा ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कर कहा था कि डॉ. निशंक बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले सरकारी आवास और अन्य सुविधाओं , दिल्ली स्थित सांसद आवास , बेटी के बैंक खातों आदि पर तथ्य छुपाए/गलत जानकारी नामांकन के वक़्त जमा की गई थी जिसकी शिकायत को लेकर वह चुनाव आयोग के पास भी गए थे । बहरहाल हाईकोर्ट से आई यह खबर हरिद्वार में मतदान से पहले मनीष चेहरे पर मायूसी तो निशंक के लिए खुशी का पैगाम जरूर बन गई है ।कोर्ट ने खारिज कर दी याचिका । निशंक खेमे में खुशी तो वर्मा के लिए मायूसी । नैनीताल, लोक सभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक कोर्ट से राहत मिल गई है । दरअसल हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सी. एम. निशंक के खिलाफ मनीष वर्मा ने चुनाव आयोग से लेकर न्यायलय तक शिकायत की थी कि निशंक ने नामांकन करते वक़्त कई तथ्यों को छुपाया है और गलत जानकारी पेश की है । उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के केंद्रीय राजनीति में भविष्य के फैसले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद दायर याचिका खारिज। मनीष वर्मा जो कि स्वयं भी हरिद्वार से चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे वे निशंक को कानूनी दांव पेंच में ही चुनाव से पहले घेरना चाह रहे थे । बीते दो- तीन दिनों से कयासबाजी का दौर जारी था कि हरिद्वार में निशंक की मुसीबत बढ़ सकती है यहाँ तक यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि निशंक का नामंकन रद्द हो सकता है । लेकिन आज आलोक कुमार की एकलपीठ ने साक्ष्यों के अभाव में याचिका को खारिज करते हुए सभी कयासों को विराम दे दिया है । यहां बताते चलें कि देहरादून निवासी मनीष वर्मा ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कर कहा था कि डॉ. निशंक बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले सरकारी आवास और अन्य सुविधाओं , दिल्ली स्थित सांसद आवास , बेटी के बैंक खातों आदि पर तथ्य छुपाए/गलत जानकारी नामांकन के वक़्त जमा की गई थी जिसकी शिकायत को लेकर वह चुनाव आयोग के पास भी गए थे । बहरहाल हाईकोर्ट से आई यह खबर हरिद्वार में मतदान से पहले मनीष चेहरे पर मायूसी तो निशंक के लिए खुशी का पैगाम जरूर बन गई है । कोर्ट ने खारिज कर दी याचिका । निशंक खेमे में खुशी तो वर्मा के लिए मायूसी । नैनीताल, लोक सभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक कोर्ट से राहत मिल गई है । दरअसल हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सी. एम. निशंक के खिलाफ मनीष वर्मा ने चुनाव आयोग से लेकर न्यायलय तक शिकायत की थी कि निशंक ने नामांकन करते वक़्त कई तथ्यों को छुपाया है और गलत जानकारी पेश की है । उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के केंद्रीय राजनीति में भविष्य के फैसले पर उच्च न्यायालय में सुनवाई के बाद दायर याचिका खारिज। मनीष वर्मा जो कि स्वयं भी हरिद्वार से चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे वे निशंक को कानूनी दांव पेंच में ही चुनाव से पहले घेरना चाह रहे थे । बीते दो- तीन दिनों से कयासबाजी का दौर जारी था कि हरिद्वार में निशंक की मुसीबत बढ़ सकती है यहाँ तक यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि निशंक का नामंकन रद्द हो सकता है । लेकिन आज आलोक कुमार की एकलपीठ ने साक्ष्यों के अभाव में याचिका को खारिज करते हुए सभी कयासों को विराम दे दिया है । यहां बताते चलें कि देहरादून निवासी मनीष वर्मा ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कर कहा था कि डॉ. निशंक बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले सरकारी आवास और अन्य सुविधाओं , दिल्ली स्थित सांसद आवास , बेटी के बैंक खातों आदि पर तथ्य छुपाए/गलत जानकारी नामांकन के वक़्त जमा की गई थी जिसकी शिकायत को लेकर वह चुनाव आयोग के पास भी गए थे । बहरहाल हाईकोर्ट से आई यह खबर हरिद्वार में मतदान से पहले मनीष चेहरे पर मायूसी तो निशंक के लिए खुशी का पैगाम जरूर बन गई है ।

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कोर्ट ने खारिज कर दी याचिका । निशंक खेमे में खुशी तो वर्मा के लिए मायूसी ।

नैनीताल, लोक सभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक कोर्ट से राहत मिल गई है ।

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हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सी. एम. निशंक के खिलाफ मनीष वर्मा ने चुनाव आयोग से लेकर न्यायलय तक शिकायत की थी कि निशंक ने नामांकन करते वक़्त कई तथ्यों को छुपाया है और गलत जानकारी पेश की है ।

मनीष वर्मा जो कि स्वयं भी हरिद्वार से चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे थे वे निशंक को कानूनी दांव पेंच में ही चुनाव से पहले घेरना चाह रहे थे । बीते दो- तीन दिनों से कयासबाजी का दौर जारी था कि हरिद्वार में निशंक की मुसीबत बढ़ सकती है यहाँ तक यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि निशंक का नामंकन रद्द हो सकता है । लेकिन आज न्यायाधीश आलोक कुमार की एकलपीठ ने साक्ष्यों के अभाव में याचिका को खारिज करते हुए सभी कयासों को विराम दे दिया है ।

यहां बताते चलें कि देहरादून निवासी मनीष वर्मा ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कर कहा था कि डॉ. निशंक बतौर पूर्व मुख्यमंत्री मिले सरकारी आवास
और अन्य सुविधाओं , दिल्ली स्थित सांसद आवास , बेटी के बैंक खातों आदि पर तथ्य छुपाए/गलत जानकारी नामांकन के वक़्त जमा की गई थी जिसकी शिकायत को लेकर वह चुनाव आयोग के पास भी गए थे ।

बहरहाल हाईकोर्ट से आई यह खबर हरिद्वार में मतदान से पहले मनीष चेहरे पर मायूसी तो निशंक के लिए खुशी का पैगाम जरूर बन गई है ।

By Editor