◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

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गज़ब का करिश्मा कर दिखाया रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  ।

◆ ऋषिकेश योगपीठ में चाहिए एक और बैलों की जोड़ी ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN
◆ वीरेंद्र पुण्डीर ।

शहीदों के सपनों का अपना उत्तराखंड । जिसने अपने 19 वर्ष पूरे कर लिए हैं। देवभूमि उत्तराखंड अपनी विकट भौगोलिक परिस्थितियों के कारण पलायन का दंश भी झेल रही है, तो कभी प्राकृतिक आपदाओं से दो चार हो रही है ।
हालांकि पिछली सरकारों के विपरीत वर्तमान सरकार ने पलायन जैसे गंभीर मुद्दे पर अपनी चिंता व गंभीरता को दर्शाया है । त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने पहाड़ों से पलायन कम करने के लिए अनेकों सराहनीय कदम उठाए रैबार जैसे कार्यक्रम प्रवासी उत्तराखंडियों को घर लाने का जीता जागता उदाहरण है । और यह बात मैं नहीं बल्कि उत्तराखंड में अपनी मेहनत से काम करने वाले लोग कर रहे हैं जो सरकार के प्रयासों को सराह भी रहे हैं।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

बात दरअसल यह है कि मेरा स्वभाव घुमक्कड़ी का है । जिसके चलते एक दिन में घूमते-घूमते पहुंच गया एक ऐसी जगह जहां पहाड़ के एक युवा ने अपनी मेहनत के बूते पहाड़ी पर नया संसार बसा लिया है । जो न सिर्फ उसकी आजीविका का सशक्त साधन बन गया, बल्कि वहां आसपास के ग्रामीण भी खूब फल-फूल रहे हैं । क्या देशी क्या विदेशी हर तरफ के मस्त मौला पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं । मजेदार बात यह कि इस जगह तक पहुंचने में 3 किलोमीटर की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है । बाबजूद इसके यहां विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा है और उनकी मुख्य पसंदीदा जगह बनती जा रही है । और इस कारनामे को साकार कर दिखाया है रोशन सिंह कुकरेती Roshan Singh Kukreti ने ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

रोशन कुकरेती न यहां सिर्फ ट्रैकिंग या कैम्पिंग करवाते हैं, बल्कि यहां नियमित योगाभ्यास करवाना उनकी खास बात है । जिसकी वजह से विदेशी पर्यटक एक दिन, दो दिन नहीं बल्कि कई-कई दिनों तक यहां पर रहकर योग विद्या भी सीख रहे हैं ।
रोशन की एक और खास बात यह है कि वह स्थानीय युवाओं को भी योग विद्या एंव पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के गुर सिखा रहे हैं । आज 100 से अधिक युवाओं को रोशन योग सिखाने के लिए इन गांवों से विदेश भेज चुके हैं जो कि उनकी सकारात्मक व रचनात्मक सोच को और मजबूती के साथ हम सबके सामने दर्शाता है ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

रोशन वर्तमान सरकार की नीतियों को लेकर भी काफी उत्साहित हैं । उनका मानना है कि पलायन को रोकने व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य में त्रिवेन्द्र सरकार काफी सकारात्मक पहल कर रही है । खासकर नए-नए इवेंट और अलग-अलग जगह पर कर रहे हैं निसंदेह ऐसे धरातलीय प्रचार-प्रसार से कहीं न कहीं उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और पलायन पर रोक लगेगी ।

◆ ऐसे पहुंचे आप भी रोशन के योग पीठ तक :

ऋषिकेश से आगे गरुड़ चट्टी और वहां से फिर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर नील कंठ को जाने वाली सड़क से ठीक 3 किलोमीटर ऊपर एक शानदार पर्यटक स्थल विकसित किया गया है । जो जाना जाता है पटना फॉल के नाम से इस पूरे क्षेत्र पर प्रकृति दिल खोलकर मेहरबान हुई है । चारों तरफ प्रकृति के खूबसूरत नजारे बरबस ही मन को मोह लेते हैं ।

सुंदर मनमोहक झरना और उसके ठीक ऊपर बसा है पटना गांव Patna Village ! जो कि इस पर्यटन स्थल से दिखाई नहीं देता है । लेकिन रोशन कुकरेती Roshan Kukreti की रचनात्मक दृष्टि गांव तक पहुंच गई । फिर रोशन ने इस गांव में पहुंचकर ऐसा कमाल कर दिखाया जो आज सबके लिए एक मिशाल बन गया है ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

रोशन ने बताया कि उनकी हमेशा तमन्ना थी कि वह हरिद्वार व ऋषिकेश जैसे भीड़ भाड़ वाले इलाकों से एकदम दूर किसी ऐसे स्थान पर योग सिखाएं जहां किसी तरह का शोरशराबा ना हो । और इसके लिए उन्हें यह जगह ज्यादा भा गई । जो सड़क मार्ग से 3 किलोमीटर पैदल है । इसके फायदे गिनाते हुए रोशन कुकरेती बताते हैं कि हमारे योग पीठ तक पर्यटक को आते – आते सबसे पहले तो ट्रैकिंग का अनुभव हो जाता है जिसे वह खूब इंजॉय भी करते हैं । दूसरी ओर जब रिसोर्ट में आते हैं तो सन्नाटे के बीच सारी अत्याधुनिक सुविधाएं व साथ में योग का प्रशिक्षण भी ।
आज इस गांव में अपनी विशाल भव्यता के साथ पसरे ऋषिकेश योगपीठ की खूबसूरती रोशन सिंह कुकरेती की जिजीविषा, जीवटता और दृढ़ संकल्प का नतीजा है ।

सोचिए जहां पहुंचने के लिए अभी तक सड़क नहीं है उस पहाड़ी क्षेत्र में सुंदर अत्याधुनिक 40 कॉटेजों का निर्माण करवाना कितनी बड़ी चुनौती का काम रहा होगा । लेकिन रोशन के दृढ़ संकल्प के आगे सब बाधाएं फेल हुई । रोशन ने कच्चा माल ढुलाई , निर्माण और अब संचालन में तक सब जगह स्थानीय युवाओं को अपने साथ जोड़े रखा उन्हें रोजगार दिया, उनकी आर्थिक मजबूत बनाई ।

◆ गांव छोड़ गए युवाओं को वापस लाए रोशन :

ऋषिकेश योग पीठ रोशन सिंह कुकरेती द्वारा संचालित किया जाता है । स्थानीय लोग उनके अथक प्रयास और कड़ी मेहनत की प्रशंसा करते थकते नहीं हैं । यहां काम कर रहे कर्मचारियों ने बातचीत में बताया कि हम लोग पहले ऋषिकेश , हरिद्वार, और दिल्ली के होटलो में मामूली नौकरी किया करते थे ।
रोशन को जैसे ही सबके बारे में मालूम हुआ तो एक-एक करके सबको गांव बुलाया और उन्हें रोजगार दिया । साथ ही साथ बंजर पड़े खेतों में साग सब्जी उगाने के लिए प्रेरित किया । और आज ऋषिकेश योग पीठ में कार्य भी करते हैं साथ ही साथ अपने गांव में खेती बाड़ी भी करते हैं ।

◆ गांव के युवाओं को विदेशों में भी रोजगार :

रोशन सिंह कुकरेती पटना गांव व आसपास के युवाओ को योग कला में प्रशिक्षित कर उन्हें विदेशों में योग सिखाने के लिए भेज रहे हैं ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN

अभी तक रोशन इलाके से 100 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर विदेशों में रोजगार दे चुके हैं । और यह आंकड़े मनगढ़ंत नहीं है बल्कि आप कोई भी कभी भी जाकर इनका डाटा रोशन के योगपीठ से प्राप्त कर लाभार्थियों से संपर्क कर सकते हैं ।

◆गांव में बढ़ी रही है बैलों की मांग :

अब आप सोच रहे होंगे कि रोशन के योग पीठ का बैलों की जोड़ी से क्या लेना देना ! आईए बताते हैं आपको इस गांव से जुड़ रहे बैल कनेक्शन के बारे में । दरअसल रोशन कुकरेती का यह ऋषिकेश योग पीठ बहुउद्देशीय कार्यों का सम्पादन कर रहा है । मूल सोच है पलायन और उसकी चिंता । रोशन कुकरेती की राय मंचों को सजाकर पलायन पर भाषण देने वालों से एकदम जुदा है । रोशन कहते हैं कि दुनियाँ में सबसे आसान काम है टिका टिप्पणी करना और फिर उस पर मंचों से भाषण देना ।

◆ वीरेंद्र पुण्डीर । Rishikesh Yogpeeth YOGA TEACHER TRAINING CENTRE IN RISHIKESH, UTTARAKHAND . INDIA - RYS YOGA ALLIANCE . ROSHAN SINGH KUKRETI . गज़ब का करिश्मा कर दिखाया इस रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति । Thanks Roshan Singh Kukreti  । Article - Veerendra pundir . YOUTH ICON YI NATIONAL AWARD DEHRADUN उत्तराखंड में पहाड़ी बैल हल लगाते हुए ।

रोशन कहते हैं अच्छी बात है पलायन को लेकर चिंता हो जागरूकता हो , परन्तु इस चिंता और जागरूकता से लाभ किसी को नहीं सिर्फ भाषण देने वालों को हुआ, जिनका नाम हो गया और गांवों से वह अभी तक खुद को नहीं जोड़ पाए । वह आगे बताते हैं कि सरकार की एक से बढ़कर एक स्वरोजगार की स्कीमें हैं । जागरूकता लाने वाले लोगों को सवाल खड़े करने के बजाय सरकारी योजनाओं को अनजान युवाओं को बताना चाहिए और उसका लाभ उन तक पहुंचाकर पलायन को रोकने में धरातलीय काम करने चाहिए । रोशन कहते हैं कोई भी सरकार गलत नहीं होती हैं । बल्कि हम अपने-अपने निजी स्वार्थों के हिसाब से गुणा भाग करते हैं ।

रोशन नाराजगी व्यक्त करते हुए कहते हैं कि हमें सबसे पहले नकारत्मकता को त्यागना होगा । बहुत हद तक नकारात्मक सोच हमारे स्वयं के विकास में भी बाधा बन रही है जिसे कोई भी नेता या किसी भी दल की सरकार नहीं बदलेगी । बदलना हमे पड़ेगा । राज्य हमारा है, हम सबका है । सिर्फ सरकारें क्यों एक-एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है राज्य की तरक्की में सहयोग करना ।

उन्होंने आगे बताया कि आज मुख्य सड़क मार्ग से 3 किलोमीटर पैदल आकर अगर हम ऐसा कर सकते हैं तो और क्यों नहीं कर सकते । कहीं न कहीं सरकारी योजनाओं का भी इसमें योगदान होता है ।

आज इस इलाके के कई युवा वापस लौट आए हैं । बंजर पड़े खेतों पर नए सिरे से ट्रेंड बदलकर खेती करनी सिखाई जा रही है । हमने खुद से बैलों की जोड़ी खरीदी है । पहले गांवों में हल्या होते थे अब नहीं है । हमने हल्या भी तैयार कर लिया उसका लाभ गांव के अन्य किसान भी लेने लगे हैं । अब हमारे पास बैलों की जोड़ी व हल्या की और आवश्यकता है अगले हफ्ते तक एक और हल्या और उसके लिए बैलों की नई जोड़ी आ रही है । हमारा हल्या भी पढ़ा लिखा है वह प्रशिक्षण प्राप्त कर इस काम को गर्व से कर रहा है क्योंकि उसे अच्छी कमाई होने लगी है ।

सल्यूट करता हूँ मैं रोशन सिंह कुकरेती के जज़्बे को जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच के बूते पूरे इलाके की ही तस्वीर ही बदल डाली ।

मैं अपना यह अनुभव यूथ आइकॉन Yi नेशनल अवार्ड के संस्थापक निदेशक शशि भूषण मैठाणी जी तक भी भेज रहा हूँ इस उम्मीद के साथ कि वह भी एक बार अवश्य इस गांव में जाएंगे और आने वाले समय में प्रतिष्ठित यूथ आइकॉन अवार्ड के राष्ट्रीय मंच पर रोशन कुकरेती जैसी सशक्त प्रतिभाओं को भी मौका दिया जाएगा ।

◆ Veerendra Pundir

By Editor

5 thoughts on “गज़ब का करिश्मा कर दिखाया रोशन सिंह कुकरेती ने ! उत्तराखंड के इस गांव में आ रही है पर्यटन विकास की क्रांति ।”
  1. शानदार पहल के लिए बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें । यदि बैलों की जरुरत हो तो ग्राफिक एरा से सम्पर्क कर सकते हैं

  2. बहुत सुंदर

    रोशन सिंह कुकरेती। जबकि कुकरेती जाति से पण्डित होते है। कहि यह गलती से तो नही लिख गया। चेक कर ले

  3. Firstly, it hardky matters if some one priest or a warrior. However, we all must know that since cast is the nane of village. Kukreti, Thapliyal, Uniyal, Bisht, Saklani, Barthwal, and many others like this are priest and warrior as well.
    What is more impirtant to note is that the man is from Uttarakhand hills and is doing good for the community. His efforts will promote tourism in Uk.
    Conservative minds tend to get devided on Region, Cast and creed. Let us avoid it.
    Congrats to Roshan ji.

  4. पहाड़ों की सुध लेने के लिए कुकरेतीजी को साधुवाद. ऐसे ही पहाड़ों में पलायन रुकेगा। नौकरी नौकरी की रात लगाने से नहीं.

  5. पहाड़ों की सुध लेने के लिए कुकरेतीजी को साधुवाद. ऐसे ही पहाड़ों में पलायन रुकेगा। नौकरी नौकरी की रात लगाने से नहीं.

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