श्रीनगर में इस कार्यक्रम के उद्घाटन में लगे वाप्कोस लिमिटेड के अधीशासी अभियंता अरविन्द कुमार गहलोत से इस संदर्भ में बात की गयी तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करना है। वही इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल का कहना है कि उन्हें भी इस योजना के कार्य को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है।
Youth icon Yi National Creative Media Report
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Tana-tan : ना डीपीआर, न धन और हो गया उद्घाटन …!

घाटों के निर्माण की डीपीआर एवं घाटों को बनाने की लागत सहित अन्य कई विन्दुओं को लेकर आयोजकों के पास कोई भी स्पष्ठ जवाब नहीं है। आलम यह है कि आयोजकों ने जिन घाटों के उद्घाटन के लिए निमंत्रण जारी किये है उसमे नैथानी घाट श्रीनगर भी दर्ज किया है लेकिन पूरे श्रीनगर क्षेत्र में कही भी नैथानी घाट है ही नहीं। Pankaj mandoli , Srinagar , Yi Report
घाटों के निर्माण की डीपीआर एवं घाटों को बनाने की लागत सहित अन्य कई विन्दुओं को लेकर आयोजकों के पास कोई भी स्पष्ठ जवाब नहीं है। आलम यह है कि आयोजकों ने जिन घाटों के उद्घाटन के लिए निमंत्रण जारी किये है उसमे नैथानी घाट श्रीनगर भी दर्ज किया है लेकिन पूरे श्रीनगर क्षेत्र में कही भी नैथानी घाट है ही नहीं।
Pankaj mandoli , Srinagar , Yi Report

श्रीनगर। केन्द्र सरकार की नामि गंगे परियोजना शुरू होने से पहले ही विवादों का हिस्सा बन गयी है। नामामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत श्रीनगर क्षेत्र में बनने वाले तीन घाटों के निर्माण के लिये प्रस्तावित योजना के उद्घाटन कार्यक्रम पर सवाल खडे हो गये है। स्थानीय विधायक गणेश गोदियाल इन तीन घाटों का प्रस्तावित योजना का उद्घाटन किया।

श्रीनगर में इस कार्यक्रम के उद्घाटन में लगे वाप्कोस लिमिटेड के अधीशासी अभियंता अरविन्द कुमार गहलोत से इस संदर्भ में बात की गयी तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करना है। वही इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल का कहना है कि उन्हें भी इस योजना के कार्य को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है।
श्रीनगर में इस कार्यक्रम के उद्घाटन में लगे वाप्कोस लिमिटेड के अधीशासी अभियंता अरविन्द कुमार गहलोत से इस संदर्भ में बात की गयी तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करना है।
वही इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल का कहना है कि उन्हें भी इस योजना के कार्य को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है।

बृहस्पतिवार को हरिद्वार की तरह ही इस कार्यक्रम का श्रीनगर मे भी भव्य उद्घाटन  हुआ। लेकिन श्रीनगर में इन घाटों के उद्घाटन पर तमाम तरह के सवाल खडे हो रहे है। घाटों के निर्माण की डीपीआर एवं घाटों को बनाने की लागत सहित अन्य कई विन्दुओं को लेकर आयोजकों के पास कोई भी स्पष्ठ जवाब नहीं है। आलम यह है कि आयोजकों ने जिन घाटों के उद्घाटन के लिए निमंत्रण जारी किये है उसमे नैथानी घाट श्रीनगर भी दर्ज किया है लेकिन पूरे श्रीनगर क्षेत्र में कही भी नैथानी घाट है ही नहीं। वहीं इन घाटों के निर्माण के लिए कितना धन सरकार की और से जारी हुआ है। घाटों का निर्माण कार्य कब शुरू होगा व ये घाट बन कर कब तक तैयार होंगे इस तरह के सवालों के जबाब भी आयोजकों के पास नहीं है।

हरीद्वार में केंद्रीय मंत्री उमा भारती , नितिन गडकरी , सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने के नमामि गंगे अभियान की शुरुआत ।
हरीद्वार में केंद्रीय मंत्री उमा भारती , नितिन गडकरी , सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने की नमामि गंगे अभियान की शुरुआत ।

श्रीनगर में इस कार्यक्रम के उद्घाटन में लगे वाप्कोस लिमिटेड के अधीशासी अभियंता अरविन्द कुमार गहलोत से इस संदर्भ में बात की

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री उमा भारती से पूर्व में उक्त संदर्भ मुलाक़ात कर राज्य की कई योजनाओं सौंपा है । हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार , राजी सरकार द्वारा दिये गए सभी प्रस्तावों पर भी गौर कर उन्हे नमामि गंगे प्रोजेक्ट मे शामिल करेगी । क्योंकि उत्तराखंड राज्य ही गंगा का उदगम स्थल है और गंगा को यहीं से संरक्षित करने की जरूरत है । और गंगा की साफ सफाई व सुरक्षा के तहत ही राज्य सरकार ने पूर्व में केंद्र सरकार को कई योजनाएँ सौंपी है । * सुरेन्द्र अग्रवाल मीडिया सलाहाकार, उत्तराखंड मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री उमा भारती से पूर्व में उक्त संदर्भ मुलाक़ात कर राज्य की कई योजनाओं सौंपी हैं । हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार , राज्य सरकार द्वारा दिये गए सभी प्रस्तावों पर भी अब गौर कर उन्हे नमामि गंगे प्रोजेक्ट मे शामिल करेगी ।
क्योंकि उत्तराखंड राज्य ही गंगा का उदगम स्थल है और गंगा को यहीं से संरक्षित करने की जरूरत है । और गंगा की साफ सफाई व सुरक्षा के संदर्भ में  राज्य सरकार ने पूर्व में ही केंद्र सरकार को कई योजनाएँ भी सौंपी है ।
* सुरेन्द्र अग्रवाल
मीडिया सलाहाकार, उत्तराखंड मुख्यमंत्री

गयी तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करना है। उत्तराखंड क्रांति दल के नेता गणेश भट्ट ने कहा अलकनंदा नदी के तटों पर घाटों एवं मेरिन ड्राईव बनने के लिए पूर्व भी भी शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित हो चुके है लेकिन ये अभी तक अस्तित्व में नहीं आये है। वही इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल का कहना है कि उन्हें भी इस योजना के कार्य को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है। यह केन्द्र सरकार की योजना है। आयोजकों ने उन्हें स्थानीय विधायक के तौर पर आमंत्रित किया है।

*पंकज मैंदोली  

Copyright: Youth icon Yi National Media, 08.07.2016

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By Editor

One thought on “Tana-tan : ना डीपीआर, न धन और हो गया उद्घाटन …!”
  1. चुनावी घोषणा मात्र है और कुछ भी नहीं जब कोई डीपीआर ही नही तो।समझा जा सकता है क्या होने जा रहा है

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